Badi najukta se pali ho tum,
Tabhi toh Gulab si khili kali ho tum.
Jisse milne ko bekarar hai hum,
Dil mein aane waali khalbali ho tum..
कभी अधूरा सा कुछ कहूँ
तो तुम पूरा समझ जाना,
हम तो उलझे हैं तुझमें
तू हममें न कहीं उलझ जाना.
मिलावट है तेरे इश्क में,
इत्र और शराब की,
कभी हम महक जाते है,
कभी हम बहक जाते हैं.
इक झलक जो मुझे आज तेरी मिल गयी मुझेफिर से आज जीने की वजह मिल गयी
खुशबू की तरह आसपास बिखर जायेंगे, सुकून बनकर दिल में उतर जायेंगे, महसूस करने की कोशिश कीजिये, दूर होकर भी आपके पास नजर आएंगे।
सब Busy है किसी ना किसी काम में पर हम आज भी खाली बैठे है आपके इंतज़ार में !!