रात को आंखें बंद कर लेता हूं
तो दीदार तेरा हो जाता है..
लुत्फ़ उठा रहा होता हूं मैं
कमबख्त ये सूरज उग जाता है..
जरूरी तो नही है कि तुझे आँखों से ही देखूँ
तेरी याद का आना भी तेरे दीदार से कम नही…!!!
“तुम तरस जाओगे मेरे दीदार को भी
कुछ इस तरह हम तुम्हे बेगाना कर देंगे”
ना सवाल बनके मिला करो,ना जवाब बनके मिला करो,मेरी जिंदगी मेरा ख्वाब है,मुझे ख्वाब बनके मिला करो...
जो लम्हा साथ है, उसे जी भर के जी लेना..कमबख्त ये जिंदगी भरोसे के काबिल नहीं है|
आरजू होनी चाहिए किसी को याद करने की लम्हे तो अपने आप मिल जाते है|