ना पूछो मुझसे मेरी पहचान ….
मैं तो भस्मधारी हूँ …
भस्म से होता जिनका श्रृंगार
मैं उस महाकाल का पुजारी हूँ ….
हर हर महादेव 🙏🙏🙏
ॐ नम: शिवाय, ॐ नम: शिवाय रटता जा ,जय भोले जय भोले रटता जा..
शिव शंकर शिव शंकर रटता जा महाकाल का नाम रटता जा..
HAPPY SHIVRATRI
“माँ की ममता और पिता की क्षमता का अंदाजा लगाना असंभव है”
आज का सुविचार
ननिहाल की एक बात बहुत अच्छी लगती है,
वहाँ लोग हमें हमारी माँ के नाम से पहचानते है
‘Kabhi Aap Dusro Ke Liye Mang Kar Dekho,
Kabhi Apne Liye Mangne Ki Zarurat Nahi Padegi..’