ना पूछो मुझसे मेरी पहचान ….
मैं तो भस्मधारी हूँ …
भस्म से होता जिनका श्रृंगार
मैं उस महाकाल का पुजारी हूँ ….
हर हर महादेव 🙏🙏🙏
सफलता ना मिले तो घबराना नही,
रुक कर सोचना तो पाओगे की ,
कुछ कदम चलना अभी शेष है।
अच्छाई और बुराई दोनों हमारे अंदर हैं
जिसका अधिक प्रयोग करोगे वो उभरती व निखरती जायगी
यह कैसी घटा छाई हैं
हवा में नई सुर्खी आई है
फ़ैली है जो सुगंध हवा में
जरुर महादेव ने चिलम लगाई है
शिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं
भय से तब तक ही डरना चाहिये जब तक भय (पास) न आया हो। आये हुए भय को देखकर बिना शंका के उस पर् प्रहार् करना चाहिये।