रौशनी तक पहुँचने के लिए
आपको अँधेरे से गुज़ारना ही पड़ता है…
‘व्यक्ति’ क्या है..?
ये महत्वपूर्ण नहीं है, परन्तु ‘व्यक्ति’ में क्या है..?
ये बहुत महत्वपूर्ण है
बुराई भी होनी जरूरी है, क्योंकि हर
रोज तारीफ मिलेगी तो आगे नही बढ़ पायेंगे…
कुछ पल बैठा करो बुजुर्गो के पास, हर चीज़ गूगल पर नहीं मिलती|