अगर कोई अपना हो तो आईने जैसा होजो हंसे भी साथ और रोए भी साथ
अगर कोई अपना हो तो आईने जैसा हो
जो हंसे भी साथ और रोए भी साथ
कब आया, कब चला गया,कोई लुढ़कता सामान हो जाता हूँ,पेट की आग बुझाने को,रहता हूँ घर से दूर,कब आया, कब चला गया,अपने घर में भी, मेहमान हो जाता हूँ l
Heart Broken Shayari
हुस्न के समझने को उम्र चाहिए जानाँ
दो घड़ी की चाहत में लड़कियाँ नहीं खुलतीं
Talash uski karo jo pass na ho.
Bhula do usse jispar vihswas na ho.
Ham to apne gam par hans parte hai.
Taaki samne wala udas na ho.