एक तो कातिल सी नज़र
ऊपर से काजल का कहर
काँटों भरी फूल में तुमने मेरा दामन बिछा दिया।
मेरे करीब रहकर तुमने मेरे दिल को जला दिया।।
ऐसी दास्तान छोड़ जाऊँगा अपनी जमाने में…
कि जमाने को जमाने लगेंगे मुझे भुलाने में…
"वो बार-बार DP बदल कर लगाते है,उन्हें पता ही नहीं,वो कितने खूबसूरत नज़र आते है,हर बार महज बदलते है कपड़े,दिल तो वही, सुन्दर सा लाते है l
"अखिल प्रेम की कल्पना है यही,प्रेम की है जग में, सत्या जो सही,मौन की अपनी भाषा, होती प्रिय,प्रेम की बात तो, प्रेम से ही कही l"
आदतन तुमने कर दीए वादे,
आदतन हमने एतबार किया…
तेरी राहों में बारहाँ रुक कर,
हमने अपना ही इंतज़ार किया…
अब ना मांगेंगे ज़िन्दगी या रब,
यह गुनाह हमने जो एक बार किया…!!