'ज़िन्दगी ' मैं किसी का साथ काफी है, कंधे पर किसी का हाथ काफी है,
दूर हो या पास क्या फर्क पड़ता है, अनमोल रिश्तों का तो बस एहसास ही काफी है
सुबह का उजाला सदा आपके साथ हो, हर दिन हर पल आपके लिये खास हो,
दिल से दुआ निकलती है आपके लिये, सारी बात खुशियां आपके पास हो
चाँद तारो से रात जगमगाने लगी,
फूलों की खुश्बू से दुनिया महकने लगी,
सो जाइये रात हो गयी है काफ़ी,
निंदिया रानी भी आपको देखने है आने लगी
हम वो नहीं की भूल जाया करते हैं,
हम वो नहीं जो निभाया करते हैं,
दूर रहकर मिलना सायद मुस्किल हो,
पर याद करके सांसो में बस जाया करते हैं.
हर वक्त फिजाओं में महसूस करोगे तुम
मैं प्यार की खशबू हूँ महकूँगी जमाने तक
मै खुद लिखता हूँ मोहब्बत
तुम आइने को संवार लो
मै अपनी खुशबु बिखेर देता हूँ
तुम अपनी जुल्फों को सवार लो