मुस्कुरना तो हर लड़की की अदा है,और मेरे भाई !अगर तू उसे प्यार समझे!तो तू गधा है।
कुछ बातें इतनी गंभीर होती है,कि वो केवल मजाक में ही कि जा सकती है
बातों ही बातों में कोई बात बुरी लग जाती है,इस लिए वो महीने में कई बार मुझसे लड़ जाती है lपूछता हूँ कि बात क्या है.. उसे भी याद नहीं,नाराज़ होती है फिर बात उसे कहाँ याद रह जाती है l
हर रंजो - ग़म को, मुस्कुराहट की हवा देता हूँ,'माँ ' जब भी,खुद को तेरे आँचल में छुपा लेता हूँ l
तेरी यादों की कोई सरहद होती तो अच्छा था
खबर तो रहती….सफर तय कितना करना है
वो इस तरह मुस्कुरा रहे थे , जैसे कोई गम छुपा रहे थे !!
बारिश में भीग के आये थे मिलने , शायद वो आंसु छुपा रहे थे !