मुस्कुरना तो हर लड़की की अदा है,और मेरे भाई !अगर तू उसे प्यार समझे!तो तू गधा है।
खुदा करे वो मोहब्बत जो तेरे नाम से है,
हजार साल गुजरने पे भी जवान ही रहे।
वो शायद मतलब से मिलते हैं,
मुझे तो मिलने से मतलब है.!
न सोचा मैंने आगे,
क्या होगा मेरा हशर,
तुझसे बिछड़ने का था,
मातम जैसा मंज़र!
दिल में क्या फूल खिला करते थे,
अपना घर सजाने की खातिर,
हम उसका नाम लिखा करते थे,
कल उसे देखा तो याद आया
हम भी कभी मोहब्बत किया करते थे!!