श्याम तेरा सिर पे हाथ होने से मेरे सारे काज साकार होते है
जहाँ भी देखता हु मेरे श्याम मुझे तो बस तेरे ही दीदार होते है.
ॐ में आस्था है ॐ में ही विशवास है
ॐ में ही शक्ति है ॐ में भी भक्ति है
ॐ से ही शुरुआत होती है अच्छे दिन की ||
प्यार में ताकत है, दुनिया को झुकाने की |
वर्ना क्या आवश्यकता थी श्रीराम को झूठे बैर खाने की ||
प्रार्थना शब्दों से नहीं दिल से होनी चाहिए क्योंकि…
भगवान उनकी भी सुनते हैं जो बोल नहीं पाते…
सारा जहाँ है जिसकी शरण में…
नमन है उस शिव के चरण में…
बने उस शिव के चरणों की धूल…
आओ मिलकर चढ़ायें हम श्रद्धा के फूल…
हे मेरे भोले नाथ अगर मैं खामोश हूँ तो क्या…
आप ही कभी आवाज दे दीजिए…
मुझे भी तो अहसास हो जाए कि आप भी बेचैन हैं मेरे लिए…
हर हर महादेव