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Sawan first somvar is starting from 26th of July, know the details
26 जुलाई से शुरू हो रहा हैं सावन का पहला सोमवार, जानिए पूरी जानकारी

हिन्दू का खास त्यौहार जो की उनके सबसे प्रिय और बहुत के आराध्य देव भगवान शिव को बहुत पसंद हैं. वो इस साल 25 जुलाई यानी रविवार के दिन से शुरू होने वाला हैं. साथ ही इस साल सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई को पड़ रहा हैं. 

Shardiy Navratri 2021: Why do we celebrate Sharadiy Navratri?
Shardiy Navratri 2021: जानिए क्यों मनाई जाती है कार्तिक मास की नवरात्रि? क्या है पौराणिक कारण?

नवरात्रि का त्यौहार पूरे देश में बड़ी ही धूमधाम से, पवित्रमन और सम्पूर्ण आस्था के साथ मनाया जाता हैं. हिन्दू धर्म के अनुसार माता के ये नव दिन हिन्दुओं के प्रमुख त्यौहारों में से एक है.

Shardiya Navratri 2021: What is the Shubh Muhurat for Kalash Sthapana and Vart this Year?
Shardiy Navratri 2021: शारदीय नवरात्रि में ऐसे करें कलश स्थापना, जानिए कब है शुभमुहूर्त?

हिन्दू धर्म का सबसे पवित्र और प्रसिद्धि त्यौहार है दुर्गा नवरात्रि. इस साल शारदीय नवरात्रि या अश्विन माह की नवरात्रि हिन्दू पंचांग के अनुसार शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से शुरू होगी. 

Shardiya Navratri 2021 Special: Do not make these mistakes during Navratri, It is inauspicious
Shardiya Navratri 2021 Special: शारदीय नवरात्रि पर भूलकर भी न करें ये गलतियां, माता हो जाती है नाराज

कार्तिक माह की नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है. जोकि इस साल 7 अक्टूबर 2021 को शुरू हो रही है और 14 अक्टूबर को सम्पन्न होगा. नवरात्रि के पहले दिन से ही माँ दुर्गा की विशेष-पूजा अर्चना शुरू हो जाती हैं. 

Shardiya Navratri 2021: Healthy and Energetic food items for Navratri
Shardiya Navratri 2021: इस नवरात्रि कीजिए इन हेल्थी चीजों का सेवन, रहिये ऊर्जा से भरपूर

नवरात्रि (Navratri 2021) का खास त्यौहार शुरू हो गया हैं. शारदीय नवरात्रि तक का शुभारम्भ इस साल आश्विन मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को 7 अक्टूबर 2021 से  होगा जोकि 14 अक्टूबर को सम्पन्न होगा. 

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इस सावन भगवान शिव की पूजा के दौरान अर्पित कीजिए ये 10 चीजें, मिलेगा इसका पूरा लाभ

हिन्दू का खास त्यौहार जो की उनके सबसे प्रिय और बहुत के आराध्य देव भगवान शिव को बहुत पसंद हैं. वो इस साल 25 जुलाई यानी रविवार के दिन से शुरू होने वाला हैं. साथ ही इस साल सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई को पड़ रहा हैं. 

Why do we worship snakes? Story behind nag panchami
क्यों होती हैं नागों की पूजा, जानिए नाग पंचमी की पूरी कहानी

हिन्दू धर्म कण-कण में भगवान माने जाते हैं. इसके कई सारे धर्मग्रंथों में पशु-पक्षियों के भी पूजा-उपासना का ज़िक्र मिलता हैं. ऐसे ही एक प्रसंग आता हैं नागों की पूजा का, जिसे हिन्दू धर्म में नाग पंचमी के नाम से मनाया जाता हैं. पुराणों के अनुसार नागों को शुभ माना जाता हैं.

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चैत्र नवरात्रि स्पेशल: जानिए माता के नौ दिन व्रत की पूरी जानकारी तथा कलश स्थापना का शुभमुहूर्त

हिन्दू धर्म का सबसे पवित्र और प्रसिद्धि त्यौहार है दुर्गा नवरात्रि. जिसे पूरे देश में बहुत ही विधि-विधान से मनाया जाता है. हिन्दू धर्म के अनुसार नवरात्रि साल में दो बार मनाया जाता हैं. एक चैत्र नवरात्रि और दूसरा कार्तिक मास की दुर्गा नवरात्रि, जोकि अक्टूबर में आता हैं. ये नव दिन बहुत ही शुभ माने जाते है. हिन्दू धर्म के अनुसार इन नव दिनों में माता दुर्गा का विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. सभी भक्तगण माता के लिए नव दिनों का व्रत इत्यादि धारण करते हैं. 

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जानिए ओणम मनाये जाने की पूरी कहानी, साथ ही इस साल कब मनाया जायेगा ओणम

भारत में हर दिन उत्सव की तरह मनाया जाता हैं. यहाँ पर आये दिन कोई ना कोई त्यौहार होता रहता हैं. ऐसे ही एक त्यौहार होता हैं ओणम जिसे दक्षिण भारत में बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता हैं. ओणम हर्षोल्लास, ख़ुशी और उत्साह का त्यौहार हैं.

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जानिए कब मनाया जायेगा इस साल रक्षाबंधन, क्या हैं शुभ मुहूर्त और इसकी महत्व

भारत देश में रिश्तों की बहुत ही मान्यता हैं. इन्हीं रिश्तों में सबसे अहम रिश्ता भाई और बहन का होता हैं. जिनके रिश्ते की मजबूती और इसके महत्व के उपलक्ष्य में हिन्दू धर्म में हर साल पंचांग के अनुसार सावन महीनें की पूर्णिमा के दिन इसको मनाया जाता हैं. 

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जानिए गरुड़ पुराण की 7 महत्वपूर्ण बातें, रहेंगे स्वस्थ और मुश्किल होगी आसान

हिन्दू धर्म में कई सारे उपनिषद, वेद और पुराण है. जिनमें धर्म-कर्म से लेकर जीवन के नैतिक मूल्यों का भी वर्णन मिलता है. हिन्दू धर्म में 18 पुराण हैं जो इस धर्म की संस्कृति और आस्था का प्रतीक समझे जाते हैं. इसमें में से एक है गरूड़ महापुराण जिसमें जीवन मूल्यों और नीतियों को लेकर कई सारी जरूरी बातों का उल्लेख मिलता है. जीवन में आने वाली मुश्किलों के समाधान के लिए कई सारे ज्ञानवर्धक और महत्वपूर्ण बातों का समाकलन है इसमें. ऐसी ही 7 बातों के बारे में आज हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं. जिनका अनुसरण करते हुए आप जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं....

Why devotee wait for the sawan month? know its importance
जानिए सावन के सोमवार की महिमा, आखिर क्यों करते हैं भक्तगण इसका साल भर से इंतजार

भगवान शिव को हिन्दू धर्म में देवों का देव महादेव के नाम से जाना जाता हैं. भगवान शिव की महिमा और महत्व को हम शब्दों के जरिए बयां नहीं कर सकते हैं. भगवान शिव को भोले भंडारी भी कहा जाता हैं क्योंकि ये अपने भक्तों की भक्ति से बहुत ही जल्दी से प्रसन्न हो जाते हैं. 

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भगवान शिव ने कब-कब खोली थी अपनी तीसरी आँख और इसका क्या परिणाम हुए?

भगवान शिव आदि योगी, महादेव के नाम से जाने जाते हैं. जो कैलाश में एक आदिकाल से वैराग धारण करके अपनी तपस्या में लीन रहते है. उनके मस्तक पर एक तीसरा नेत्र भी है जिसके कारण कहा जाता है कि वो त्रिकालदर्शी है. वो तीनों लोकों और तीनों कालों का एक साथ देख सकते हैं. भगवान शिव को त्रिलोचन और त्रियम्बकेशर  भी जाना जाता है. भगवान शिव शंकर महादेव का तीसरा नेत्र ज्ञान, और विनाश दोनों का प्रतीक हैं. कहा जाता है कि भगवान शंकर के तीसरा नेत्र अगर खुल जाए तो समस्त सृष्टि का विनाश हो जायेगा. महाप्रलय आ जायेगा. 

14 Ratna of Samudra Manthan
समुन्द्र मंथन से निकलने वाले 14 रत्न कौन-कौन से थे?

हिन्दू धर्मग्रंथों और पुराणों में समुन्द्र मंथन का जिक्र मिलता है कि कैसे भगवान विष्णु के कहने पर देवताओं और राक्षसों ने एक साथ मिलकर समुन्द्र मंथन किया जिसमें से कई सारे बहुमूल्य रत्न और वस्तुएं निकली. लेकिन बहुत काम लोग है जो उन रत्नों और वस्तुओं के बारे में जानते है. समुन्द्र मंथन से 14 अलग-अलग वस्तुएं निकली थी. जिनमें से अधिकतर लोग सिर्फ हलाहल विष और अमृत के बारे में ही जानते है. तो आइये जानते है इन दोनों के अलावा और कौन-कौन सी वस्तुएं समुन्द्र मंथन के उपरांत निकले थे और उसे किन-किन लोगों ने लिया था?