अच्छी खासी लाइफ चल रही थी ,
पता नहीं फिर उसपे दिल क्यों आ गया |
वाह मौसम आज तेरी
अदा पर दिल खुश हो
गया, याद मुझे आई
और बरस तू गया...
कुछ यूँ उतर गए हो मेरी रग-रग में तुम,कि खुद से पहले एहसास तुम्हारा होता है।
कभी कभी हम किसी के लिए उतना जरुरी भी नहीं होते जितना हम सोच लेते है|
बस इतनी सी ही कहानी थी मेरी मोहब्बत की मौसम की तरह तुम बदल गए, फसल की तरह मैं बरबाद हो गया|