बेबसी तो तब होगी..जब सामने होकर भीतू मुझसे दूर होगी…
बेबसी तो तब होगी..
जब सामने होकर भी
तू मुझसे दूर होगी…
मीलों का सफर एक पल में बर्बाद हो गया…
जब अपनों ने कहा कहो कैसे आना हुआ…!!
लोग मोहब्बत में चांद तारे मांगते हैमुझे बस तू एक चाय पिला दे
लोग मोहब्बत में चांद तारे मांगते है
मुझे बस तू एक चाय पिला दे
कविता के कई मतलब हो सकते हैपर कविता कभी मतलबी नहीं हो सकती !!
मन करता हैएक लंबी, अकेली यात्रा पर निकल जाऊँ।तब याद आता है इतने बरसों से उसी यात्रा में हूँ ।