"हर सुबह, एक नई पहल कर,जाग! ज़िंदगी से थोड़ा और लड़,सपनों के लिए, भागना होगा,रौशनी होने से पहले, जागना होगा l"
प्रशंसा से पिघलना मत
और आलोचना से उबलना मत
बचपन कोरे कागज़ की तरह होता हैं, जिस रंग से भरोगे वैसा ही दिखेगा.
इसलिए अपने बच्चों के जीवन में सही संस्कार से भरना चाहिए
आज का सुविचार
“एक मिनट लगता है रिश्तों का मज़ाक उड़ाने में, लेकिन हम भूल जाते है जिंदगी रिश्तों से ही सजती और सँवरती है।” – Aaj Ka Suvichar
मुसीबत सब पर आती है,
कोई बिखर जाता है और कोई निखर जाता है!!
न हो तो रोती हैं जिदे, ख्वाहिशों का ढेर होता हैं,
पिता हैं तो हमेशा बच्चो का दिल शेर होता हैं.