प्रशंसा से पिघलना मत
और आलोचना से उबलना मत
दुनिया में सब चीज मिल जाती है,….
केवल अपनी गलती नहीं मिलती…..
हमसफ़र खूबसूरत नहीं
बल्कि सच्चा होना चाहिए
“लोग क्या कहेंगे”- ये बात इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती
किसी गरीब की झोली में,
जब मैंने एक सिक्का डाला,
तब पता चला कि –
महंगाई के इस दौर में,
दुआएं, आज भी कितनी सस्ती हैं।