धागा एक बार टूट जाये तो फिर से जोड़ने पर भी गाँठ पड़ ही जाती है
उसी तरह रिश्ते एक बार टूट जाये तो फिर से जोड़ने में एक गाँठ बन ही जाती है
नहीं ‘मालूम ‘हसरत है या तू मेरी मोहब्बत है,बस इतना जानता हूं कि मुझको तेरी जरूरत है।
मुक्तसर सी ज़िन्दगी है मेरी तेरे साथ जीना चाहता हूँ,कुछ नहीं मांगता खुदा से बस तुझे मांगता हूँ.
निगाहें अब उस हरामखोर को ढूंढ रही हैं..
जिसने यह कहा था हर सफल आदमी
के पीछे एक औरत का हाथ होता है।
उस बेवकूफ आदमी के चक्कर
में हमने भी शादी कर ली है
वर्ना आज हम भी कही कुछ कर गए होते
😡😡😡😡😩😩
“शाम खाली है जाम खाली है,ज़िन्दगी यूँ गुज़रने वाली है,
सब लूट लिया तुमने जानेजाँ मेरा,मैने तन्हाई मगर बचा ली है”