कौन कहता है मोहब्बत बर्बाद करती है,
निभाने वाला मिल जाये तो दुनिया याद करती है..!!
वहां तक चले चलो जहाँ तक साथ मुमकिन है,
जहाँ हालात बदलेंगे वहां तुम भी बदल जाना।
काशी कबहु ना छोड़िए, विश्वनाथ का धाम..मरने पर गंगा मिले, जियते लंगड़ा आम..
Na Jane Kaise Parde Hai
Inke Kano Ke...
Jo Masoomo Ki Chikhe
Sun Pate Nahi...
Justice For Asifa
तू वाकिफ़ नहीं मेरी दीवानगी से…
जिद्द पर आऊँ तो..ख़ुदा भी ढूंढ लूँ …