प्रार्थना शब्दों से नहीं दिल से होनी चाहिए क्योंकि…
भगवान उनकी भी सुनते हैं जो बोल नहीं पाते…
तुम्हारी आवाज सुनने को, हर पल बेकरार रहता हूँ
नहीं करूंगा याद तुम्हें
मै खुद से हर बार कहता हूँ
आदत डाल कर अब ना जाओ दूर तुमदिल उदास है बहुत इसे संभाल लो तुमतेरे बिना जीने के लिए मान नहीं रहा मुझसेतेरे बिना मर जायेगा यह बात जान लो तुम
कहानी खत्म होती है,
मरती नहीं है,
रह जाती है हमेशा,
हर किसी के दिल में l
सपनो से दिल लगाने की आदत नहीं रही,
हर वक्त मुस्कुराने की आदत नहीं रही,
ये सोच के की कोई मनाने नहीं आएगा,
हमें रूठ जाने की आदत नहीं रही |
तू वाकिफ़ नहीं मेरी दीवानगी से…
जिद्द पर आऊँ तो..ख़ुदा भी ढूंढ लूँ …