सुबह कुछ यूँ आता है तुम्हारा ख्याल,जैसे बाग में खिला हो खूबसूरत गुलाब lजिसकी खुशबू से महकता जीवन मेरा,अब रहो साथ ना करो कोई सवाल l
Good Morning
जितना तुमने मुझे छोड़ा था..
मैंने उस से कहीं ज्यादा दुनियाँ को छोड़ दिया है..
खैर चले तो गए हो तुम अब बिछड़ भी जाओ मुझसे...
"तुम जो पूछ लेती हो,कभी-कभी जो हाल,वक़्त काटने के लिए,ये ख्याल भी अच्छा है l"
रहे जो जग से तन अकेला, मन चंचल ना होए,रहे जो तन, तन का मेला,जुबां ना आपा खोए l
इकरार करने में शब्दों का होना लाज्मी नहीं
दिल के जज्बात ही काफी हैं
आंखें बयान कर देती हैं दिल की दास्तान,
मोहब्बत लफ्जों की मोहताज़ नही होती
मैं चाहकर भी शायद
ना लिख सकूँ उन शब्दों को
जिन्हे पढ़कर आप समझ पाओ
कि मुझे तुमसे कितना प्यार है !!!