आपकी मुस्कान हमारी कमज़ोरी है
कह न पाना हमारी मज़बूरी है
आप क्यों नहीं समझते इस ख़ामोशी को
क्या ख़ामोशी को ज़ुबान देना ज़रूरी है
दिल ने जिसे ज़िन्दगी भर चाहा है
आज करूँगा में उनसे इकरार
जिसको सदियों से तम्मना की है
उनसे करूँगा मेरे प्यार का इजहार
आँखों से आँखें मिलाकर तो देखो
हमारे दिल से दिल मिलाकर तो देखो
सारे जहाँ की खुशियां तेरे दामन में रख देंगे
हमसे प्यार का इजहार करके तो देखो
चलो आज खामोश प्यार को इक नाम दे दें,अपनी मुहब्बत को इक प्यारा अंज़ाम दे देंइससे पहले कहीं रूठ न जाएँ मौसम अपनेधड़कते हुए अरमानों एक सुरमई शाम दे दें !
Har dua kabool nahi hoti,Har aarzoo poori nahi hoti.Jinke dil me aap jaise dost ho,Unke liye dhadkan bhi zaroori nahi hoti.
कुछ सोचू तो तेरा ख्याल आ जाता हैकुछ बोलूं तो तेरा नाम आ जाता है,कब तक छुपाऊ दिल की बातउसकी हर अदा पर मुझे प्यार आ जाता है|