वह खुली किताब थीऔर मैं अनपढ़..
जिंदगी में अपनेपन का पौधा लगाने से पहले जमीन परख लेना हर एक मिटटी की फितरत में वफ़ा नहीं होती|
ॐ नमः शिवायआप सभी को सावन की शुभकामनाए..
कुछ पल बैठा करो बुजुर्गो के पास, हर चीज़ गूगल पर नहीं मिलती|