जिंदगी में अपनेपन का पौधा लगाने से पहले जमीन परख लेना हर एक मिटटी की फितरत में वफ़ा नहीं होती|
इस दिल को किसी की आहट की आस रहतीहै, निगाह को किसी सूरत की प्यास रहती है,तेरे बिना जिन्दगी में कोई कमी तो नही, फिरभी तेरे बिना जिन्दगी उदास रहती है॥
वो चैन से बैठे हैं मेरे दिल को मिटा कर
ये भी नहीं अहसास के क्या चीज़ मिटा दी
ईश्वर हर जगह नहीं हो सकते
इसलिए उन्होंने माँ को बनाया
लोगों ने कुछ दिया
तो सुनाया भी बहुत है,
हे माँ दुर्गे !
एक तेरा ही दर है
जहाँ मुझे कभी ताना नहीं मिला