एक मोहब्बत बेपनाह सीदोनों काफी हैं..सुकून बर्बाद करने को
एक मोहब्बत बेपनाह सी
दोनों काफी हैं..
सुकून बर्बाद करने को
यूं वक़्त को बर्बाद न किया कर,
गर वक़्त चाहे तो तुझे बर्बाद कर देगा !!
कुछ उसे भी दूरियाँ पसंद थीं ,
और कुछ मैंने भी वक़्त मांगना छोड़ दिया !
एक तरफ ढल रहा दिन,एक तरफ अंधेरा आ रहा है,बस याद है कि अब,ना आ रहा है, ना जा रहा है l
हर रोज, चुपके से, निकल आते हैं नये पत्ते ।यादों के दरख़्तों में, मैंने, कभी पतझड़ नहीं देखा ।।
"जिन्हें चाहना, उसी से दूर रहना,मरने से कम नहीं, ये फासला रखना l"