आदत नहीं पीठ पीछे बुराई करने की
दो लफ्ज़ कम बोलता हूं पर सामने बोलता हूं ।
जिस्मों से खेलने वाला मोहब्बत क्या करेगा,
वो गुनाहों का देवता है, इबादत क्या करेगा…
इलाज अपना कराते फिर रहे हो जाने किस किस से
मोहब्बत कर के देखो ना मोहब्बत क्यूँ नहीं करते
उसने मोहब्बत, मोहब्बत से ज़्यादा की थी,
हमने मोहब्बत उस से भी ज़्यादा की थी,
वो किसे कहेंगे मोहब्बत की इन्तहा,
हमने शुरुआत ही इन्तहा से ज़्यादा की थी.
जिस जिस ने मुहब्बत में,
अपने महबूब को खुदा कर दिया, खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए,
उनको जुदा कर दिया...