जब कभी सिमटोगे तुम...मेरी इन बाहों में आकर मोहब्बतकी दास्तां मैं नहीं मेरी धड़कने सुनाएंगी।
मेरी इन बाहों में आकर मोहब्बत
की दास्तां मैं नहीं मेरी धड़कने सुनाएंगी।
फूलों की बारिश और प्यार भरे तोहफे के साथ,
आपको प्यारी सी सुबह की ढेर सारी बधाई!
सुप्रभात!
किसी ने खत में लिखा है "ताबिश"यहाँ कुछ दिन से बारिश हो रही है ।
एक तरफ तेरी बढ़ेगी नराजगी,और एक तरफ बेचैनी मेरी lएक बार लगेगा की फासला बढ़ रहा,और फिर लगेगा कितने करीब है रहा l
"बड़ी आरजू होती है किमिलकर तुमसे ये-वो कहेंगे,और हर बार उलझ जाते है,आँखों में और बात भूल जाते है l"
और क्या देखने को बाक़ी है
आप से दिल लगा के देख लिया