खुशामद गजब है जरा सा रूठ जाने पे,
कैसे संभालोगे खुद को दिल के टूट जाने पे!
सुबह-सुबह प्यारे से फूल खिल गए,पंछी भी अपने सफर पर उड़ गये,सूरज के आते ही तारे भी छुप गये,लो आप भी मीठी नींद से उठ गये।सुप्रभात।
"मैंने खुद को,उसमें खो दिया,फिर मैंने उसे खो दिया l"
उसे गजब का शौंक है हरियाली का,
रोज आकर मेरे जख्मों को हरा कर जाता है.
इश्क की शुरुआत निगाहों से होती है
सजा की शुरुआत गुनाहों से होती है
कहते हैं इश्क भी एक गुनाह है
जिसकी शुरुआत दो बेगुनाहों से होती है
मेरे बारे में अपनी सोच को थोड़ा बदलकर देख,
मुझसे भी बुरे हैं लोग तू घर से निकलकर देख…!