आ गया है फर्क तुम्हारी नजरों में यकीनन…
अब एक खास अंदाज़ से नजर अंदाज़ करते हो हमे…
तकदीर के हाथों खुद को में जोड़ना नहीं चाहता,
मेरे दो हाथो का होसला में तोडना नहीं चाहता,
मौसम की तरह बदल जाती ये हाथो की लकीरें,
बंद मुट्ठी मेरी हरगिज़ मैं खोलना नहीं चाहता।
दिल में इंतजार की लकीर छोड जायेगे॥
आँखों में यादो की नमी छोड जायेगे,
ढूंढ़ते फिरोगे हमें एक दिन ……..
जिन्दगी में एक दोस्त की कमी छोड जायेगे.
हाथ में घडी कोई भी हो, लेकिन वक़्त अपना होना चाहिए
इस रिश्ते को ऐसे ही बनाये रखना
दिल में अपनी यादों के चिराग जलाये रखना
बहुत प्यारा सफर रहा 2020 में आपके साथ
बस ऐसा ही 2021 में भी बनाये रखना।
नए साल की शुभकामनाएं