"कोई पुछ रहा हैं मुझसे मेरी जिंदगी की कीमत,
मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कुराना।"
"मैंने दबी आवाज़ में पूछा?
मुहब्बत करने लगी हो?
नज़रें झुका कर वो बोली! बहुत।"
"मैं हर रात सारी ख्वाहिशों को खुद से पहले सुला देता,
हूँ मगर रोज़ सुबह ये मुझसे पहले जाग जाती है।"
"पलक से पानी गिरा है,तो उसको गिरने दोकोई पुरानी तमन्ना,पिंघल रही होगी!!"#गुलज़ार
बहुत मुश्किल से करता हूँ,तेरी यादों का कारोबार,मुनाफा कम है,पर गुज़ारा हो ही जाता है...#गुलज़ार
आदतन तुम ने कर दिए वादेआदतन हम ने ऐतबार कियातेरी राहो में बारहा रुक करहम ने अपना ही इंतज़ार कियाअब ना मांगेंगे जिंदगी या रबये गुनाह हम ने एक बार किया