हम चमगादड़ की तरह उल्टा क्यों नहीं लटक सकते? जानिए इसकी वजह

Why do not we hang upside down like bats? know the reason behind it

चमगादड़ एक बेहद छोटा सा लेकिन बेहद अजीबोगरीब जानवर. जिसके छोटे से शरीर में इतने बड़े-बड़े पंख होते हैं. चमगादड़ को आप ने कभी-ना-कभी जरूर देखा होगा. जब भी आपने देखा होगा तो वो उस वक्त या तक सो रहें होंगे या फिर उड़ रहे होंगे. 

साथ ही एक सबसे हैरान करने वाली बात ये हैं कि चमगादड़ हमेशा पेड़ पर उल्टे ही लटके होते हैं. ऐसे में एक सवाल तुरंत दिमाग में आता होगा कि आखिर ये ऐसा कैसे कर सकते हैं? हम इनकी तरह उल्टा क्यों नहीं लटक सकते? हम अगर ऐसा करते भी हैं तो कुछ मिनटों में थक कर हार जाते हैं. तो ये कई घंटों तक ऐसा कैसे कर लेते हैं? इसके बीचे कई कारण हैं. आज हम आपको च चमगादड़ से जुड़े इन्हीं सवालों के जवाबों को विस्तार से बताने जा रहे हैं. 

इनकी मांसपेशियों की वजह से ऐसा होता हैं 

चमगादड़ की मांसपेशियों की बनावट आम जानवरों और इंसानों से बिलकुल अलग होती हैं. जिसकी वजह से वो पेड़ पर उलटे लटकने में सक्षम होते हैं. दरअसल इनके पैर के घुटने पीछे की तरफ होते हैं. साथ ही सोते समय उनकी खास तरह की मांसपेशियां उनके पैर की उँगलियों और पंजों को आराम से जकड़ लेती हैं. जिसकी वजह से वो पेड़ से मजबूती से चिपक जाते हैं. इसी कारण वो सोते हुए भी मजे में होते हैं और गिरने का खतरा भी कम रहता हैं. 

इंसान को इस वजह से आती हैं दिक्कतें 

इंसान चमगादड़ों की तरह से उल्टा लटकने का प्रयास तो कर सकता हैं. लेकिन उसकी तरह से कई घंटों तक वो उल्टा नहीं लटक सकता हैं. ऐसा इसलिए होता हैं क्योंकि इंसान के उलटे होने पर रक्त का प्रवाह उसके सर में रुक जाती हैं. जिसकी वजह से उन्हें कई सारी दिक्कते हो सकती हैं. लेकिन चमगादड़ के साथ ऐसी कोई दिक्कत नहीं होती क्योंकि उनका शरीर काफी छोटा होने के साथ-साथ उनके शरीर में खून की मात्रा भी कम होती हैं. ऐसे में जब वो उलटे होते हैं तब भी उनका दिल ब्लड सर्कुलेशन एकदम सही रखता हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक इंसान के शरीर में कुल 2 गैलन यानी 7.5 लीटर खून होता हैं. 

मरने के बाद भी उलटे लटके रह सकते हैं चमगादड़ 

एक रिपोर्ट के मुताबिक चमगादड़ हल्के होते हैं. इसी कारण उनके ऊपर गुरुत्वाकर्षण शक्ति का ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता हैं. जिससे वो आराम से पेड़ पर उलटे लटके रह सकते हैं. साथ ही इस तरह से लटक कर सोने से उनको उड़ने में आसानी होती हैं. कई बार ये चमगादड़ ऐसे ही लटके-लटके मर जाते हैं. लेकिन इसके बाद भी उनके पैरों की पकड़ ढ़ीली नहीं होती हैं. ये मरने के बाद भी इस तरह से लटके रह सकते हैं.