स्पोर्ट्स के क्षेत्र में आप ऐसे बना सकते है अपना शानदार करियर, जानिए तरीका

Best Career Options in Sports

आज इंडिया में स्पोर्ट्स में करियर का बेहतरीन स्कोप है. हालही में हुए टोक्यो ओलंपिक्स में भारत के नीरज चोपड़ा समेत कई सारे खिलाड़ियों में शानदार प्रदर्शन किया है. 

जिसमें भारत को कई सारे गोल्ड और सिल्वर मेडल मिले है. इसलिए आज के समय भारत में स्पोर्ट्स को लेकर कई सारे करियर विकल्प तेजी से उभर रहे है. ऐसे में अगर आपको भी स्पोर्ट्स में रूचि है. अभी कई सारे गेम्स खेलना, देखना, उन पर बात करना और उनके बारे म गहरी जानकारी रखना पसंद करते है. तो आप भी स्पोर्ट्स में अपना शानदार करियर बना सकते है. जिसके बारे में आज हम आपको इस आर्टिकल में सारी जानकारी देने जा रहे है..... 

स्पोर्ट्स के फिजिकल ट्रेनर 

आप स्पोर्ट्स के फील्ड में कई सारे खिलाड़ियों के एक्सरसाइज फिजियोलॉजिस्ट के तौर पर अपना शानदार करियर बना सकते है. एक्सरसाइज फिजियोलॉजिस्ट सभी प्लेयर्स और टीम मेंबर के फिजिकल ट्रेनिंग पर ज्यादा ध्यान देते है. 

स्पोर्ट्स में बतौर मेडिकल एडवाइजर 

स्पोर्ट्स में अक्सर कई सारे खिलाड़ी फील्ड पर इंजर्ड हो जाते है. ऐसे में उनको क्विक मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत होती है. इसलिए आप अपना शानदार करियर प्लेयर्स के मेडिकल एडवाइजर के तौर पर बना सकते है. साथ ही फील्ड पर किसी खिलाड़ी को चोट लगनी की स्थिति में मेडिकल एडवाइजर ही उनको देखते है. 

स्पोर्ट्स डिएटिशियन बनकर 

स्पोर्ट्स में हर एक खिलाड़ी की हेल्थ और फिटनेस बहुत जरुरी होती है. ऐसे में हर एक खेल में टीम के लिए स्पेशल डाइट कोच होता है. जो टीम के स्वास्थ्य और फिटनेस का खास ध्यान देता है. अगर आप ने भी डिएटिशियन का कोर्स किया हुआ है. तो आप भी स्पोर्ट्स में बतौर डिएटिशियन अपना शानदार करियर बना सकते है. 

स्पोर्ट टीचर 

कई सारे स्कूलों में स्कूल टीचर्स की काफी डिमांड होती हैं. वो बच्चों को स्पोर्ट्स के कई सारे एक्टिविटी सिखाते है. हर स्कूल में अलग-अलग स्पोर्ट्स के लिए अलग-अलग टीचर अप्पोइंट होते है. ऐसे में अगर आपको किसी एक स्पोर्ट्स की अच्छे से नॉलेज और उसमें शानदार अनुभव के साथ अपना बेहतरीन करियर बना सकते है. 

स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट 

स्पोर्ट्स में फिजिकल हेल्थ के साथ-साथ खिलाड़ियों के मेंटल हेल्थ का भी खास ध्यान देना पड़ता है. कई बार टीम में ख़राब प्रदर्शन करने की वजह से अधिकतर खिलाड़ी मेंटली डिस्टर्ब हो जाते है. ऐसे में स्पोर्ट्स में उनके मेन्टल हेल्थ को देखने और उनकी कॉउंसलिंग करने के लिए साइकोलॉजिस्ट की जरूरत होती है.