दिल बेकरार का ...करार ढूँढू या तेरी खबर जो दे .. वो अख़बार ढूँढू तेरी गफलतों का जो इकरार देदे बता कहा वो ... इस्तहार ढूँढू
दिल बेकरार का ...करार ढूँढू
या तेरी खबर जो दे .. वो अख़बार ढूँढू
तेरी गफलतों का जो इकरार देदे
बता कहा वो ... इस्तहार ढूँढू
लम्हे वो कुछ खास होते है…तू जो मेरे पास होती है…बाहों में तेरा कुछ होता ऐसा एहसास है..डेरी मिल्क और पार्क की जो मिठास है…!
मेरा कारनामा-ए-जिंदगी, मेरी हसरतों के सिवा कुछ नहीं,
ये किया नहीं,वो हुआ नहीं,ये मिला नहीं,वो रहा नहीं....!!
Hamen Taameer Ke Dhokhe Mein Rakhakar Hamaare Khvaab Chunavaaye Gae Hain
मेरे दर्द को भी आह का हक़ हैं,
जैसे तेरे हुस्न को निगाह का हक़ है
मुझे भी एक दिल दिया है भगवान ने
मुझ नादान को भी एक गुनाह का हक़ हैं