ज़िंदगी जब देती हैं तो एहसान नहीं करती
और जब लेती हैं तब लिहाज नहीं करती,
दुनिया में दो पौधे ऐसे हैं जो मुरझाते नहीं हैं,
और अगर मुरझा गए तो उनका कोई इलाज़ नहीं होता.
पहला- निःस्वर्थ प्रेम
दूसरा- अटूट विशवास
सुप्रभात
सोचा किसी ख़ास से बात करे,
अपने किसी अपने को याद करें.
किया जो निर्णय नए साल की शुभकामनाएं देने का,
दिल ने कहा क्यों न आरम्भ आप से करें.
HAPPY NEW YEAR 2021
मेरी बहादुरी के किस्से कितने मशहूर थे इस शहर में,
पर तुझे खो जाने के डर ने मुझे कायर बना दिया...
Mujhe Baahon Mein Bikhar Jaane Do
Apni Mushkabaar Saason Se Mehek Jaane Do,
Dil Machalta Hai Aur Saans Rukti Hai
Ab Toh Seene Mein Aaj Mujhe Utar Aane Do!!!
Yaad rahega ye dour- E hayaat humko
Ki tarse the zindgi me zindgi ke liye