'ज़िन्दगी ' मैं किसी का साथ काफी है, कंधे पर किसी का हाथ काफी है,
दूर हो या पास क्या फर्क पड़ता है, अनमोल रिश्तों का तो बस एहसास ही काफी है
Aap Jab Tak Rahenge Aankho Mein Najara Bankar,
Roj Aayenge Meri Duniya Mein Ujala Bankar.
Magar
rani sirf badsah ki hi hoti haii..
तुझको खुदा ने रुक-रुक बनाया,
पूरी ज़माने की खुदाई तुझ में ही भर दी,
हर अंग तेरा जैसे ,
रह-रह तू बरसे सावन महीना…
तरस जाओगे हमारे मुँह से सुनने को एक लव्ज़
प्यार की बात क्या, हम शिकायत भी ना करेंगे…