आदत बदल सी गई है
वक्त काटने की,
हिम्मत ही नहीं होती
अपना दर्द बांटने की..!!
वो साथ थी तो मानो जन्नत थी जिंदगी दोस्तों,
अब तो हर सांस जिंदा रहने कि वजह पूछती है।
आरज़ू होनी चाहिए किसी को याद करने की……!!
लम्हें तो अपने आप ही मिल जाते हैं….!!
Kitnaa khouf hota hai shaam ke andheroo mein,
Poonch un parindoo se jin ke ghar nahi hote.
Teri Kami Khalti Rahti Hai Sada,
Ek Be Naam Tasweer Ki Tarah.