बिन बात के ही रूठने की आदत हैकिसी अपने का साथ पाने की चाहत हैआप खुश रहें मेरा क्या है मैं तो आइना हूँमुझे तो टूटने की आदत है।
बिन बात के ही रूठने की आदत है
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है
आप खुश रहें मेरा क्या है मैं तो आइना हूँ
मुझे तो टूटने की आदत है।
अंदाज़ मुझे भी आते है नजर अंदाज करने की
पर तु तकलीफ से गुजरे ये मुझे गवारा नहीं
ख़्वाब टूटे हैं मगर हौंसले ज़िन्दा हैंहम वो हैं जहॉ मुश्किलें शर्मिदा हैं…!!
ख़्वाब टूटे हैं मगर हौंसले ज़िन्दा हैं
हम वो हैं जहॉ मुश्किलें शर्मिदा हैं…!!
यूँ जमीन पर बैठकर क्यों आसमान देखता हैं,पंखों को खोल जमाना सिर्फ़ उड़ान देखता है.
यूँ जमीन पर बैठकर क्यों आसमान देखता हैं,
पंखों को खोल जमाना सिर्फ़ उड़ान देखता है.
दुनियाँ के शर्तो से बंध जाये शायद ये जीवन,अच्छा है सबसे तुमसे बंधा मेरा प्रेमी मन l
वह पार्टी कभी नही सत्ता में आएगी,
जो किसानों के हक की सुरक्षा नही कर पायेगी.