साहित्य प्रेमी दूल्हा- आज से ही तुम मेरी कविता हो, भावना हो, कामना हो|दुल्हन - मेरे लिए भी आज से तुम ही मेरे दिनेश हो, सुरेश हो, राकेश हो|
एक बार संता जंगल में जा रहा था|अचानक भालू देखकर सांस रोककर जमीन पर लेट गयाये देखकर भालू आया और उसके कान में बोला...साले भूख नहीं है वरना कहानी तो बचपन में मैंने भी सुनी है..
पत्नी: क्या Gift दू?
पति: Gift रहने दे! बस इज्ज़त किया कर और तमीज़ से बात कर लिया कर....पत्नी(5 मिनट सोचकर): नहीं!! मैं तो Gift ही दूंगी....
आज का ज्ञानअपनी तारीफ स्वयं करे बुराई करने के लिए तो बहुत हरामखोर बैठे है|