साहित्य प्रेमी दूल्हा- आज से ही तुम मेरी कविता हो, भावना हो, कामना हो|दुल्हन - मेरे लिए भी आज से तुम ही मेरे दिनेश हो, सुरेश हो, राकेश हो|
girlfriend को अपनी पलकों पर बिठा लो …
देकर हर ख़ुशी उसको.. उसके सारे गम चुरा लो …
प्यार करो उसको उसकी सहेली के सामने इतना कि उसकी सहेली भी कहे
….. जानू मुझे भी पटा लो
Ummidon ki manzil de gayi,Khwabon ki duniya be gayi,Abe teri kya izzat reh gayi,Jab ek zakkas item tere ko RAKHI pehna gayi...
महाकंजूस सेठ अपने बच्चों से बोला,
कंजूस – जो आज शाम खाना नहीं खायेगा
उसे मैं 10 रुपये दूंगा
तीनों बेटे 10-10 रुपये लेकर बिना खाना खाये सो गए
कंजूस सुबह बोला –
अब जो 10 रुपये देगा
केवल उसी को नाश्ता मिलेगा
बच्चे परेशान
ये बाप है या नरेंद्र मोदी
टीचर – बेटा कबूतर (Kabutar) पर एक वाक्य बनाओ…
स्टूडेंट – शाम को पी हुई दारु, साली Kab Utar जाती है… पता ही नहीं चलता…
टीचर अभी तक बेहोश है