गजल सम्राट जगजीत सिंह की ये 5 बेहतरीन फिल्मी गजलें सदैव रहेंगी यादगार

Top 5 Most Popular And Everlasting Filmi Ghazals Of Jagjit Singh

जगजीत सिंह की दमदार और मधुर आवाज उनकी गजलों के जरिए हमेशा हमारे बीच मौजूद रहेंगी. जगजीत सिंह ने बॉलीवुड में 70 से लेकर 90 के दशक की कई सारी फिल्मों के यादगार गजलें गयी थी. 

इनकी जोड़ी उस समय में कई सारी मशहूर गायिकाओं के साथ काफी जमी थी. जिसमें से चित्र सिंह और इनकी बॉन्डिंग काफी पसंद की गयी थी. जगजीत सिंह ने बाद में चित्र सिंह से शादी की थी. आज भले ही जगजीत सिंह हमारे बीच नहीं हैं. मगर उनकी गजलें आज भी उनके न होने की कमी कभ भी महसूस नहीं होने देती है. आज हम आपको जगजीत सिंह की 5 बेहतरीन फिल्मी गजलों के बारे में बताने जा रहे हैं... 

तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो (Tum Itna Jo Muskura Rahe Ho lyrics)

तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो, क्या गम है जिसको छुपा रहे हो, आंखों में नमी, हंसी लबों पर, क्या हाल है क्या दिखा रहे हो, क्या गम है जिसको छुपा रहे हो... 

जगजीत सिंह ने साल 1983 में आयी फिल्म अर्थ में इस गजल को गया था. ये गजल उस समय से लेकर आज भी लोगों और उनके चाहने वालों के बीच में काफी चर्चित है. इस गजल को जगजीत ने चित्र सिंह के साथ गया था. जिसे उस समय के बेहतरीन राइटर कैफ़ी आजमी ने लिखा था. इस को फिल्म में शबाना आजमी और राज किरण पर फिल्माया गया था. 

तुमको देखा तो ये ख्याल आया (Tumko Dekha Toh Yeh Khayal Aaya lyrics)

तुमको देखा तो ये ख्याल आया, जिंदगी धूप तुम घना छाया, आज फिर दिल ने इक तमन्ना की, आज फिर दिल को हमने समझाया

इस गजल को भी जगजीत और चित्र ने मिलकर गाया था. जो साल 1982 में आयी फिल्म साथ-साथ में फारुख शेख और दीप्ति नवल पर फिल्माया गया था. इस गजल को जावेद अख्तर ने लिखा था. इसको भी लोगों ने काफी ज्यादा पसंद किया था. 

वो कागज़ की कश्ती, वो बारिश का पानी (Woh kagaz ki kashti lyrics)

ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो, भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी, मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन, वो कागज़ की कश्ती, वो बारिश का पानी

शायद ही कोई ऐसा हो जिसने जगजीत सिंह की इस गजल को नहीं सुना हो. हिंदी फिल्म 'आज' में जगजीत और चित्र ने गाया था. इसे सुदर्शन फ़कीर ने लिखा था. इस गजल में लोगों को अपने बचपन से लेकर जवानी तक की हर पल की याद आता है.

चिट्ठी ना कोई सन्देश (Chithi Na Koi Sandesh lyrics)

चिट्ठी ना कोई सन्देश, जाने वो कौन सा देश, जहां तुम चले गए, इस दिल पे लगा के ठेस, जाने वो...

साल 1998 में संजय दत्त और काजोल स्टारर फिल्म दुश्मन में इस गजल को गाया गया था. इस गजल को जगजीत ने उत्तम सिंह के साथ गाया था. इस गजल को काजोल पर फिल्माया गया है. गजल को लोगों ने काफी ज्यादा पसंद किया था. इस गजल को आनंद बख्शी ने लिखा था. 

होंठों से छू लो तुम (Hothon Se chhu Lo Tum Lyrics in Hindi)

होंठों से छू लो तुम, मेरा गीत अमर कर दो, बन जाओ मीत मेरे, मेरी प्रीत अमर कर दो, होंठों से छू लो तुम

फिल्म प्रेमगीत में एक्टर राज बब्बर पर फिल्माया गया ये गीत भी लोगों ने काफी पसंद किया था. इस गीत को भी जगजीत सिंह ने अपनी आवाज देकर इसे अमर कर दिया. आज भी ये गजल काफी सुना जाता है.