अच्छी इंग्लिश के लिए अपनी Vocabulary कैसे बढ़ाये? जानिए ये बेहतरीन तरीका

Easy Tips and Tricks to increase your English Vocabulary

कई सारे लोग इसलिए इंग्लिश ठीक से नहीं बोल पाते है क्योंकि उनके पास अच्छी Vocabulary नहीं होती है. Vocabulary का मतलब है नए-नए इंग्लिश के शब्द, जिनका इस्तेमाल आप अपनी इंग्लिश स्पीकिंग में करते है. 

ऐसे में Vocabulary की कमी से आप इंग्लिश नहीं बोल पाते है. जिसकी वजह से आपको कई बार जॉब नहीं मिल पाता है या फिर आपके कई सारे बनते हुए काम भी बिगड़ जाते है. ऐसे कई सारे लोग सोचते है कि इंग्लिश की Vocabulary को कैसे बढ़ाये? आज हम आपको  इंग्लिश  Vocabulary को आसानी से बढ़ाने के लिए कुछ आसान और कामगार टिप्स देने जा रहे है. तो आइये जानते है कि  Vocabulary को आप कैसे बढ़ा सकते है.... 

पर्यावाची और विलोम शब्द की जानकारी 

अगर आप अपनी इंग्लिश की  Vocabulary को अच्छी करना चाहते है, ताकि आपकी इंग्लिश अच्छी हो जाये. इसलिए आपको हमेशा हर शब्द के दो पर्यावाची और दो विलोम शब्द जरूर जानने होंगे. तभी जाकर आपके पास अच्छे खासे शब्दों का भंडार होगा. जैसे आपको एक शब्द आता है ''Beautiful'' तो आपको इसके दो पर्यावाची यानी समानार्थी और दो विलोम यानी उल्टे कुल चार शब्दों को जरूर जानना चाहिए. 

थिसॉरस का इस्तेमाल 

अगर आप अपनी इंग्लिश और इसकी Vocabulary दोनों को बेहतर करना चाहते है. तो आपको थिसॉरस इस्तेमाल ज्यादा करना चाहिए. थिसॉरस एक संदर्भ पुस्तिका होती है. जिसमें एक ही शब्द के कई सारे समान अर्थी और विलोम दोनों शब्द दिए होते है. 

अपनी खुदकी शब्दवली बनाये 

अपनी इंग्लिश Vocabulary को तेजी से इम्प्रूव करने के लिए आपको अपनी खुदकी शब्दवली बनानी पड़ेगी. जिसके तहत हर दिन 5 नए इंग्लिश के वर्ड सीखकर उसके मीनिंग के साथ उसको अपनी नोट बुक में लिखना होगा. इससे आपकी इंग्लिश बहुत ही जल्दी इम्प्रूव होगी. साथ ही आपकी Vocabulary भी बढ़ जाएगी. 

फिल्मों और टीवी शोज से 

इंग्लिश सीखने का सबसे बेहतरीन तरीका है कि आप किसी को इंग्लिश में बोलता हुआ सुने. इसके लिए आपको फिल्मों और इंग्लिश टीवी शोज से बेहतर कोई विकल्प नहीं मिलेगा. अगर कई सारी इंग्लिश फिल्मों या टीवी शोज को देखना शुरू करते है. तो आपकी इंग्लिश जल्दी से मजबूत हो जाएगी. 

अंग्रेजी में सोचना शुरू करें 

अगर आपको इंग्लिश बेटर करनी है. तो आपको अपने दिमाग में सोचना भी इंग्लिश में शुरू करना पड़ेगा. जिस तरह से आप कोई भी चीज या किसी भी विषय के बारे में हिंदी में सोचते है. ठीक वैसे ही अगर आप इंग्लिश में सोचना शुरू कर देते है. तो आपके अंदर से इंग्लिश धीरे-धीरे फ़्लूएंट तरीके से बाहर आने लगेगी.