हाईवे या सड़कों के किनारे आखिर क्यों बनाते हैं हरे या पीले रंग का माइलस्टोन?

Why do roads have colored milestones?

हाईवे या सड़क पर यात्रा करते समय आप ने उसके किनारे बने पत्थरों को जरूर देखा होगा. जो आपको दूरी के बारे में बताते हैं कि ये स्थान अभी इतने किलोमीटर दूर हैं. साथ ही दूरी बढ़ने के साथ या अलग-अलग जगहों पर इन पत्थर के रंगों में भी भिन्नता दिखाई दें लगती हैं.

 कभी ये पीले, कभी हरे, काले और सफेद रंगों में भी दिखाई देते हैं. कभी आपने इनके बारे में जानने की कोशिश की हैं कि आखिर ये क्या हैं और क्यों होता हैं? साथ ही इनके रंग क्यों बदलते रहते हैं? दरअसल इन्हें माइलस्टोन पत्थर के नाम से जाना जाता हैं. जिनका निर्माण यात्रियों को दूरी की सटीक जानकारी देने के लिए किया जाता हैं. लेकिन इनके बदलते रंगों के पीछे कई सारी जानकारियां शामिल होती हैं. जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं.... 

क्यों होते हैं इसके इतने रंग?

सबसे पहले ये जानना बहुत जरुरी हैं कि इस पत्थर के इतने सारे रंग क्यों होते हैं. भारत में सड़क परिवहन का नेटवर्क 56 लाख किलोमीटर लम्बा हैं. जो देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित राज्यों और उनके शहरों के बीच से जाता हैं. जो भारत को उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम की तरफ जोड़ने का काम करते हैं. इन सड़कों को तीन अलग-अलग वर्गों में विभाजित किया गया हैं. जिन्हें राष्ट्रीय राज्य मार्ग, प्रादेशिक हाईवे और ग्रामीण सड़क कहते हैं. 

क्या दर्शाता हैं पीले रंग का माइलस्टोन?

भारत के राष्ट्रीय राज्य मार्ग यानी नेशनल हाईवे एक स्टेट से दूसरे स्टेट तक फैले हुए हैं. जो एक शहर के हाईवे को दूसरे से जोड़ते हैं. ये आपस में कनेक्टेड होते हैं. जिससे एक शहर से दूसरा, दूसरे से तीसरा और तीसरे से चौथा जुड़ता चला जाता हैं. भारत में नेशनल हाईवे का नेटवर्क 1.01 लाख किलोमीटर लम्बा हैं. ऐसे में जब भी आपको किसी सड़क के किनारे ये पीला पत्थर दिखाई दे तो इसका मतलब हैं कि आप नेशनल हाईवे पर चल रहे हैं. 

हरे रंग का राज 

अगर आपको सड़क के किनारे ये हरे रंग का माइलस्टोन दिखाई देता हैं. तो इसका मतलब हैं कि आप राज्य के हाईवे पर चल रहे हैं. जिनके निर्माण और रख रखाव की जिम्मेदारी सारी जिम्मेदारी राज्य के सरकार की होती हैं. भारत में राज्य हाईवे का नेटवर्क 1.76 लाख किलोमीटर लम्बा हैं. जो कई सारे शहरों को आपस में जोड़ने का काम करते हैं. 

काले-नील या सफेद रंग का राज 

अगर आपको किसी सड़क एक किनारे काले-नीले या सफेद रंग का माइलस्टोन दिखाई देता हैं. तो इसका सीधा सा मतलब हैं की आप किसी शहर के रोड पर चल रहे हैं. जिसे डिस्ट्रिक्‍ट रोड भी कहते हैं. डिस्ट्रिक्‍ट रोड के रख-रखाव की जिम्मेदारी शहर की होती हैं. भारत में डिस्ट्रिक्‍ट सड़कों की कुल लम्बाई 5.62 लाख किलोमीटर हैं. 

नारंगी रंग का माइलस्टोन क्या कहता हैं?

अगर आप को सड़क के किनारे नारंगी रंग का माइलस्टोन दिखाई देता हैं तो इसका मतलब हैं कि आप किसी गांव की सड़क पर घूम रहे हैं. भारत के गांवों में प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत सड़क का निर्माण तेजी से हुआ हैं. पूरे भारत में इस सड़क का नेटवर्क 3.93 लाख किलोमीटर हैं.