ऐ भगवान ! वो दिन कभी मत दिखाना,
कि मुझे अपने आप पर गुरूर हो जाए,
रखना इस तरह सबके दिलों में,
कि हर कोई दुआ देने को मजबूर हो जाये…
Main uske haathon ka khilona hi sahi;
kuch der ke liye hi sahi, usne mujhe chaha to hai..
नर्म लफ़्ज़ों से भी लग जाती है चोटें अक्सर,
रिश्ते निभाना बड़ा नाज़ुक सा हुनर होता है…….
मुझे जिंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं,
पर सुना है सादगी मे लोग जीने नहीं देते।
Fasle bohat hai par itna maan lijiye, Qareeb reh ker bhi her koi khas nahi hota,Aap khayalon mein bhi itna qareeb hai,Ke faaslon ka ehsas hi nahi hota.
हर दुआ मे शामिल तेरा प्यार है..
बिन तेरे लम्हा भी दुशवार है..
धड्कनों को तुझसे ही दरकार है..
तुझसे हैं राहतें.. तुझसे है चाहतें.