भोले तेरे भी शौक निराले है ,
कही चिलम , कही गांजा , कहीं विष के प्याले है |
ये सिलसिला क्या यूँ ही चलता रहेगा,
सियासत अपनी चालों से कब तक किसान को छलता रहेगा.
माँ तेरी कृपा रही तो
एक दिन अपना भी मुकाम होगा,
70-80 लाख की Audi Car
होगी, और Front शीशे पे
माँ दुर्गा का नाम होगा ।
जय मातादी…
किस लोभ से “किसान” आज भी, लेते नही विश्राम हैं,
घनघोर वर्षा में भी करते निरंतर काम हैं
शिक्षा के प्रति प्रत्येक किसान को जागरूक होना चाहिए तभी उनका जीवन बेहतर हो सकता हैं.
त्याग दी सब ख्वाहिशें
कुछ अलग करने के लिए
“राम” ने खोया बहुत कुछ
“श्री राम” बनने के लिए