भोले तेरे भी शौक निराले है ,
कही चिलम , कही गांजा , कहीं विष के प्याले है |
बडी लम्बी खामोशी से गुजरा हूँ मै,किसी से कुछ कहने की कोशिश मे।
मन छोड़ व्यर्थ की चिंता तू शिवका नाम लिये जाशिव अपना काम करेंगे तू अपना काम किये जाशिव शिव शिव ऊँ: नम: शिवाय
इंसान अच्छा या बुरा नहीं होता
बस वक्त अच्छा और बुरा होता है
पी के भांग जमा लो रंग
जिन्दगी बीते ख़ुशियों के संग
लेकर नाम शिव भोले का
दिल में भर लो शिवरात्रि की उमंग !