अब तो रविवार में भी कुछ यूँ मिलावट हो गयी है.कि छुट्टी तो दिखाई पड़ती है लेकिन, सुकून के पल नज़र नहीं आते||
दो मुलाकात क्या हुई हमारी तुम्हारी,निगरानी में सारा शहर लग गया।
बहुत खूबसूरत वो रातें होती है,जब तुमसे दिल की बात होती है ||वैसे कुछ खास लफ्ज़ नहीं होते मेरे पास,पर जब उनकी याद आती है तोह,मेरे लिखे लफ्ज़ो में भी मिठास आ जाती है.
अगर भरोसा उपरवाले पर है,
तो लिखा तक़दीर में है वही पाओगे,
मगर भरोसा अगर खुद पर है,
वाही पाओगे जो आप चाहते हो।
माँ तेरी कृपा रही तो
एक दिन अपना भी मुकाम होगा,
70-80 लाख की Audi Car
होगी, और Front शीशे पे
माँ दुर्गा का नाम होगा ।
जय मातादी…