जिनका कद ऊँचा होता है
वो दूसरों से झुक कर ही बात करते हैं
रोज़ इक ताज़ा शेऱ कहां तक लिखूं तेरे लिए,
तुझमें तो रोज़ ही एक नयी बात हुआ करती है…
मुहब्बत खूबसूरत होती होगी किसी और ज़माने में
हमपे जो गुजरी है वो हम ही जानते हैं
हमारे माँ – बाप हमको बचपन में शहजादों की तरह पालते हैं..लिहाज़ा…
हमारा ये फ़र्ज़ बनता है,,उनके बुढ़ापे में उनको बादशाहों की तरह रखें!
पल्स पोलिओ टीम घर आयी…
संता (बीबी से): बंदूक और कारतुस कहाँ हैं…??
टीम भागी,
पीछे से संता ने आवाज दी,
रुको
ओये रुको
ये हमारे बच्चो के नाम हैं.!!