सुना है, खुदा के दरबार से कुछ फ़रिश्ते फरार हो गए,
कुछ तो वापस चले गए, और कुछ हमारे यार हो गए
अगर भरोसा उपरवाले पर है,
तो लिखा तक़दीर में है वही पाओगे,
मगर भरोसा अगर खुद पर है,
वाही पाओगे जो आप चाहते हो।
बहुत अच्छा चल रहा था यह रिश्ता हमारा,बिछड़े इस रफ़्तार से मानो, मैं आसमान और वो टूट ता तारा.
बहुत अच्छा चल रहा था यह रिश्ता हमारा,
बिछड़े इस रफ़्तार से मानो, मैं आसमान और वो टूट ता तारा.
सरकार कहती है 1 लड़की ने पढ़ाई कर ली
तो घर के 4 लोगों को शिक्षित बनाती है…
पर……
लडकी के पढते समय कालेज़ के 40 लडके फेल हो जाते हैं उसका क्या?
परिश्रम वह चाबी है
जो सौभाग्य के द्वार खोलती है