कठिनाईयां और जीत एक दुसरे के पूरक हैं
जहाँ पर कठिनाई होगी वही जीत होगा और
जहाँ जीत होगा वही कठिनाई होगी.
जीत और मुश्किल दोनों ही बेहतरीन लोगो
के हिस्से में ही आती हैं क्योंकि वही इसे बेहतर
तरीके से अंजाम दे सकते हैं.
जीत निश्चित हो तो कायर भी लड़ सकते हैं,
बहादुर वो कहलाते हैं जो हार निश्चित होने पर
भी मैदान नही छोड़ते हैं.
असफलता केवल यह सिद्ध करती है
की प्रयत्न पुरे मन से नहीं हुआ।
जीतने से पहले जीत और हारने से
पहले हार कभी नहीं माननी चाहिए।
तुम्हारी जीत किस्मत तय नहीं करती ,
बल्कि तुम्हारी काबिलियत तुम्हारी जीत तय करती है।