जीतने से पहले जीत और हारने से
पहले हार कभी नहीं माननी चाहिए।
आज भी मेरी फरमाइशें कम नही होती,
तंगी के आलम में भी, पापा की आँखें कभी नम नहीं होती.
परिश्रम वह चाबी है
जो सौभाग्य के द्वार खोलती है
मुक्तसर सी ज़िन्दगी है मेरी तेरे साथ जीना चाहता हूँ,कुछ नहीं मांगता खुदा से बस तुझे मांगता हूँ.
हमसफ़र खूबसूरत नहीं
बल्कि सच्चा होना चाहिए