देखो फिर रात आ गयी,
गुड नाईट कहने की बात याद आ गयी,
हम बैटे थे सितारों की पनाह मैं,
चांद को देखा तो आप की याद आ गयी।
Good Night
उन्हें इश्क़ हुआ था
मझे आज भी है....!
सभी के दीप सुन्दर है,हमारे क्या,तुम्हारे क्या lरौशनी है ये बड़ी बात है,इस किनारें क्या, उस किनारें क्या l
रात का चाँद तुम्हे सलाम करे,परियों की आवाज़ तुम्हे आदाब करे,सारी दुनिया को खुश रखने वाला वो रब,हर पल तुम्हारी खुशियों का ख्याल करे..शुभ रात्रि।।
शुभ रात्रि।।
"जिस तरह ओढ़ता है, चाँद रात को,उसी तरह तुम मुझे, खुद में लपेट लो,जिस तरह छोड़ता है, फूल सुगंध को,उसी तरह प्रेम अपना, मुझमें छोड़ दो l"
GoodNight