इस लॉकडाउन में जन्नत में जिओगे क्या
चाय बना रहा हूं अदरक वाली पियोगे क्या
तेरा चेहरा देखू तोजन्नत का एहसास हो जाता है..और जब उसपे हलकी सी मुस्कान आती हैं, तो खुदा को पाता हूं..
तेरा चेहरा देखू तो
जन्नत का एहसास हो जाता है..
और जब उसपे हलकी सी
मुस्कान आती हैं, तो खुदा को पाता हूं..
जन्नत का हर लम्हा….दीदार किया थागोद मे उठाकर जब मॉ ने प्यार किया था
जन्नत का हर लम्हा….दीदार किया था
गोद मे उठाकर जब मॉ ने प्यार किया था
जन्नत कैसी होती हैं यह तो पता नहीं, पर इश्क़ मुकम्मल हो जाए तो जिंदगी भी उससे कम नहीं.
पर इश्क़ मुकम्मल हो जाए तो जिंदगी भी उससे कम नहीं.