वह मुझे भूल ही गया होगा शायद,कोई इतने दिन तक खफा नही रहता !!
रात का अंतिम ख्याल,सुबह की प्रार्थना सा,साथ रहती हो तुम l'हाँ' सपनों में नहीं आती,मुझे कभी-कभी सोने,भी नहीं देती हो तुम l
"जब शाम मिलता है, रात से,
उस वक़्त कभी, मुझसे मिलो ना,
सामने अंधेरा हो,पीछे उजाला हो,
चिराग इश्क़ का,उस पहर जलाओ ना l"
ज़िंदगी से यही गिला है मुझेतू बहुत देर से मिला है मुझे
साँसों में तेरी खुशबु है, दिल में तू धड़कती है,
कैसे बताऊ तुझको मैं, तू कितना याद आती है।